खुद को है बचना, उससे हमें भी बचाना पापा मेरे पापा, तुम बाहर मत जाना। खुद को है बचना, उससे हमें भी बचाना पापा मेरे पापा, तुम बाहर मत जाना।
तन्हा भरे सफर पर चलता एक मुसाफिर। तन्हा भरे सफर पर चलता एक मुसाफिर।
याद रखना इस सफर में कभी गम तो कभी खुशियों के फसाने मिलते हैं ! याद रखना इस सफर में कभी गम तो कभी खुशियों के फसाने मिलते हैं !
अनजान आगे का सफ़र , बूढ़ा हुआ है यह शज़र इससे जिनको छाँव मिले, उनसे ही कई घाव मिले। अनजान आगे का सफ़र , बूढ़ा हुआ है यह शज़र इससे जिनको छाँव मिले, उनसे ही कई ...
हुआ जन्म बेटी का घर में नहीं बधाई गीत हुए, पर वंशवेल बढ़ाने को देवी पूजन और यज्ञ हुए हुआ जन्म बेटी का घर में नहीं बधाई गीत हुए, पर वंशवेल बढ़ाने को देवी पूज...
बेदर्दी से रौंदकर लूट ली फिर आबरू एक बेटी की, देखो इज्जत तार तार कर दी आज फिर एक बेट बेदर्दी से रौंदकर लूट ली फिर आबरू एक बेटी की, देखो इज्जत तार तार कर दी ...